सुनीता विलियम्स की 9 महीने बाद अंतरिक्ष से वापसी, मुस्कुराते हुए आईं बाहर, जानें ताजा अपडेट

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स और उनके सहयोगी बुच विल्मोर नौ महीने के लंबे मिशन के बाद अंतरिक्ष से सुरक्षित पृथ्वी पर लौट आए हैं। उनकी वापसी स्पेसएक्स के क्रू-9 मिशन के माध्यम से हुई, जिसने भारतीय समयानुसार 19 मार्च 2025 की सुबह 3:27 बजे फ्लोरिडा के तट के पास समुद्र में सफलतापूर्वक स्पलैशडाउन किया।

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सुनीता विलियम्स का प्रारंभिक जीवन और शिक्षा

सुनीता विलियम्स का जन्म 19 सितंबर 1965 को अमेरिका के ओहायो राज्य के यूक्लिड शहर में हुआ था। उनके पिता, दीपक पंड्या, भारतीय मूल के हैं, जबकि उनकी माता, बोनी पंड्या, स्लोवेनियाई मूल की हैं। सुनीता ने 1987 में अमेरिकी नौसेना अकादमी से भौतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री प्राप्त की और बाद में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर डिग्री हासिल की।

नासा के साथ करियर और अंतरिक्ष मिशन

सुनीता विलियम्स ने 1998 में नासा के साथ अपने करियर की शुरुआत की। उन्होंने तीन अंतरिक्ष मिशनों में हिस्सा लिया है:

  1. STS-116 (2006-2007): अपने पहले मिशन में, सुनीता ने अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) में 195 दिन बिताए और चार स्पेसवॉक किए, जिनकी कुल अवधि 29 घंटे 17 मिनट थी। sochapki.com
  2. एक्सपीडिशन 32/33 (2012): दूसरे मिशन में, उन्होंने 127 दिन अंतरिक्ष में बिताए और ISS की कमांडर बनने वाली दूसरी महिला बनीं। इस दौरान उन्होंने तीन स्पेसवॉक किए। sochapki.com
  3. बोइंग स्टारलाइनर (2024): तीसरे मिशन के तहत, सुनीता ने बोइंग स्टारलाइनर क्रू फ्लाइट टेस्ट में हिस्सा लिया। तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी में देरी हुई, लेकिन नासा ने सुनिश्चित किया कि वे सुरक्षित हैं।
NASA Astronaut Sunita Williams

नौ महीने का लंबा मिशन और सुरक्षित वापसी

सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर ने जून 2024 में ISS के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी। उनका मिशन मूल रूप से एक सप्ताह का था, लेकिन अंतरिक्ष यान से हीलियम के रिसाव और वेग में कमी के कारण उन्हें ISS पर नौ महीने तक रुकना पड़ा।

वापसी के दौरान, ड्रैगन कैप्सूल के समुद्र में उतरते समय पैराशूट प्रणाली ने सफलतापूर्वक कार्य किया, जिससे कैप्सूल की सुरक्षित लैंडिंग सुनिश्चित हुई। स्पलैशडाउन के बाद, रिकवरी टीम ने कैप्सूल को पुनः प्राप्त किया और अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला। कैप्सूल से बाहर निकलते समय, सुनीता विलियम्स मुस्कुराते हुए दिखाई दीं और उन्होंने हाथ हिलाकर सभी का अभिवादन किया।

भारत में खुशी की लहर

उनकी सुरक्षित वापसी पर भारत में भी खुशी की लहर दौड़ी। गुजरात में उनके पैतृक गांव झूलासन में लोगों ने हवन और प्रार्थनाओं का आयोजन किया। मंदिर के पुजारी दिनेश पंड्या ने कहा, “हम सभी बहुत खुश हैं और हम पिछले नौ महीनों से उनके लिए प्रार्थना कर रहे हैं। जब वह पहली बार अंतरिक्ष में गई थीं तो वह अपने साथ डोला माता की एक तस्वीर ले गई थीं। जब भी वह भारत आती हैं तो मंदिर जरूर आती हैं।”

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रतिक्रिया

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनकी वापसी पर खुशी जताई। एक सोशल मीडिया पोस्ट में उन्होंने लिखा, “वेलकम बैक, #Crew9! द अर्थ मिस्ड यू। यह धैर्य, साहस और असीम मानवीय भावना की परीक्षा थी। सुनीता विलियम्स और #Crew9 के अंतरिक्ष यात्रियों ने एक बार फिर हमें दिखाया है कि दृढ़ता का सही अर्थ क्या होता है।”

निजी जीवन

सुनीता विलियम्स के पति का नाम माइकल जे विलियम्स है, जो अमेरिकी नौसेना अधिकारी हैं। उनकी कोई संतान नहीं है।

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सुनीता विलियम्स की इस सफल वापसी ने एक बार फिर अंतरिक्ष अन्वेषण में मानव धैर्य और साहस का उदाहरण प्रस्तुत किया है, जो आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगा।

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