हरियाणा के 11 जिलों में 7 मई को मॉक ड्रिल: आपदा प्रबंधन की तैयारियों की होगी बड़ी परीक्षा | Mock Drill Alert

हरियाणा सरकार ने आपदा प्रबंधन की तैयारियों को परखने के लिए एक बड़ी पहल की है। राज्य के 11 प्रमुख जिलों में 7 मई 2025 को मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी, जिसका आयोजन हरियाणा राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (HSDMA) की देखरेख में किया जाएगा। इस ड्रिल का उद्देश्य है — विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय, संसाधनों की तैनाती, तकनीकी सिस्टम की जाँच और जनता को आपातकालीन स्थितियों के प्रति जागरूक करना।

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📍 किन 11 जिलों में होगी मॉक ड्रिल?

राज्य सरकार ने जिन जिलों को इस अभ्यास में शामिल किया है, वे भौगोलिक और जनसंख्या के लिहाज से रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण हैं:

  1. गुरुग्राम
  2. फरीदाबाद
  3. पंचकूला
  4. अंबाला
  5. पानीपत
  6. करनाल
  7. हिसार
  8. रोहतक
  9. भिवानी
  10. यमुनानगर
  11. रेवाड़ी

इन जिलों में प्रमुख सरकारी भवनों, स्कूलों, अस्पतालों, मॉल्स और भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मॉक ड्रिल की जाएगी।


🔍 इन 5 प्रमुख बिंदुओं पर होगा खास फोकस

1. आपदा प्रतिक्रिया की गति और असर

आपात स्थिति में राहत कार्य शुरू करने की गति सबसे अहम होती है। ड्रिल के ज़रिए यह देखा जाएगा कि कितनी जल्दी फायर ब्रिगेड, एम्बुलेंस, पुलिस और अन्य आपातकालीन सेवाएं मौके पर पहुँचती हैं।

2. इवैक्यूएशन प्रोटोकॉल की जांच

जिला प्रशासन द्वारा आम नागरिकों को सुरक्षित निकालने की योजनाओं की व्यवहारिकता परखने के लिए रियल-टाइम इवैक्यूएशन अभ्यास किया जाएगा।

3. अंतर-विभागीय समन्वय

पुलिस, स्वास्थ्य विभाग, नगर निगम, SDRF और NDRF के बीच तालमेल और आपसी सूचना आदान-प्रदान की व्यवस्था का परीक्षण किया जाएगा।

4. जनता की जागरूकता और भागीदारी

जनता को बताया जाएगा कि आपदा की स्थिति में उन्हें क्या करना चाहिए और किन बातों का पालन करना ज़रूरी है।

5. तकनीकी संसाधनों की टेस्टिंग

ड्रोन कैमरे, सायरन अलर्ट सिस्टम, मोबाइल अलर्ट ऐप और कम्युनिकेशन चैनल की प्रभावशीलता परखने के लिए विशेष प्रयोग किए जाएंगे।


🧑‍⚕️ प्रशासन की तैयारियां और प्लानिंग

राज्य के गृह मंत्रालय ने संबंधित जिलाधिकारियों और पुलिस अधीक्षकों को विशेष दिशा-निर्देश दिए हैं। इसमें कहा गया है कि:

  • सभी संसाधनों को एक्टिव मोड में रखा जाए।
  • SDRF और NDRF की टीमें फील्ड में मौजूद रहें।
  • मॉक ड्रिल के दौरान ट्रैफिक को न्यूनतम बाधित किया जाए।
  • मीडिया और नागरिकों को समय से सूचना दी जाए।

📢 जनता से अपील: घबराएं नहीं, सहयोग करें

हरियाणा सरकार ने जनता से अपील की है कि मॉक ड्रिल के दौरान किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं और पूरी तरह सहयोग करें। प्रशासनिक वाहनों, सायरन या इवैक्यूएशन प्रक्रिया को देखकर घबराएं नहीं। यह एक अभ्यास है, जिसका उद्देश्य आपकी सुरक्षा सुनिश्चित करना है।


📷 मीडिया कवरेज और सोशल मीडिया अलर्ट

ड्रिल की लाइव कवरेज स्थानीय मीडिया और सोशल मीडिया चैनलों पर की जाएगी। इसके साथ ही WhatsApp और Telegram जैसे प्लेटफॉर्म्स पर भी अलर्ट भेजे जाएंगे ताकि जनता को रियल-टाइम जानकारी मिल सके।


📌 क्यों जरूरी है मॉक ड्रिल?

भारत एक आपदा-प्रवण देश है। चाहे वो भूकंप हो, बाढ़ हो या औद्योगिक दुर्घटनाएं — ऐसी स्थिति में केवल योजना बनाना काफी नहीं, बल्कि अभ्यास भी जरूरी होता है। यह मॉक ड्रिल दिखाएगी कि हम कितने तैयार हैं।


निष्कर्ष: तैयारी में ही सुरक्षा है

हरियाणा सरकार की यह पहल एक सराहनीय कदम है, जो भविष्य की किसी भी संभावित आपदा से निपटने में अहम भूमिका निभा सकती है। जनता का सहयोग और प्रशासन की तत्परता ही इस अभ्यास को सफल बनाएंगे।

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