3 मई 2025 को भारत सरकार और सशस्त्र बलों ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। लेकिन इस बार सिर्फ सैन्य कार्रवाई नहीं, प्रेस ब्रिफिंग में शामिल दो महिला अधिकारी — कर्नल सोफिया कुरैशी और विंग कमांडर व्योमिका सिंह — पूरे देश के लिए गर्व का कारण बन गईं। इन दोनों ने न सिर्फ पूरे ऑपरेशन का ब्योरा दिया, बल्कि यह भी साबित किया कि आज की भारतीय महिला हर क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रही है।

🪖 कर्नल सोफिया कुरैशी: भारतीय सेना की पहली महिला बटालियन कमांडर
✔️ शुरुआती जीवन और शिक्षा
- जन्मस्थान: वडोदरा, गुजरात
- शिक्षा: एम.एस. यूनिवर्सिटी से बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएट
- सेना में भर्ती: 1999 में शॉर्ट सर्विस कमीशन के तहत भारतीय सेना में शामिल हुईं
कर्नल सोफिया कुरैशी ने उस समय सेना जॉइन की जब देश कारगिल युद्ध के दौर से गुजर रहा था। वे भारतीय सेना की सिग्नल कोर से ताल्लुक रखती हैं, जो सैन्य संचार व्यवस्था की रीढ़ है।
🏅 प्रमुख उपलब्धियाँ
- वर्ष 2016 में ‘एक्सरसाइज फोर्स 18’ में भारत की बटालियन की कमान संभालने वाली पहली महिला बनीं।
- 17 देशों के सैन्य अभ्यास में भारत का नेतृत्व किया।
- भारतीय सेना में महिलाओं के लिए नेतृत्व के नए रास्ते खोले।
🧬 पारिवारिक पृष्ठभूमि
कर्नल सोफिया के दादा ब्रिटिश इंडियन आर्मी में, पिता भारतीय सेना में और उनके पति भी सेना में हैं। यानी उनका पूरा परिवार सेना के मूल्यों में रचा-बसा है।
🎤 ऑपरेशन सिंदूर में भूमिका
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेस ब्रीफिंग में उन्होंने सरल, स्पष्ट और प्रभावी हिंदी में पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह ऑपरेशन आतंकवाद के खिलाफ भारत का निर्णायक कदम था और इसमें पाकिस्तान अधिकृत इलाकों में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
✈️ विंग कमांडर व्योमिका सिंह: स्काई इज नॉट द लिमिट
✔️ शुरुआती जीवन और सपना
- नाम का मतलब: ‘व्योमिका’ का अर्थ होता है “आकाश से जुड़ी हुई”
- सपना: बचपन से ही वायुसेना में जाने की प्रेरणा
- कमीशन वर्ष: 2004
- पद: 2017 में विंग कमांडर के पद पर पदोन्नत
व्योमिका सिंह भारतीय वायुसेना में हेलीकॉप्टर पायलट हैं। उन्होंने चेतक और चीता जैसे हेलीकॉप्टरों को उड़ाया है और 2500+ घंटे की उड़ान का अनुभव रखती हैं।
🏅 प्रमुख कार्य
- कई राहत और बचाव अभियानों में शामिल
- दुर्गम और युद्ध प्रभावित क्षेत्रों में उड़ानें
- एक प्रेरणास्पद महिला अधिकारी जिनका आत्मविश्वास युवाओं को प्रेरित करता है
🎤 ऑपरेशन सिंदूर में भूमिका
प्रेस ब्रीफिंग के दौरान व्योमिका सिंह ने अंग्रेज़ी में ऑपरेशन से जुड़ी तकनीकी जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि कैसे स्कैल्प मिसाइलों से राफेल विमानों द्वारा आतंकियों के कमांड एंड कंट्रोल सेंटर को निशाना बनाया गया।
📊 तुलना तालिका: कर्नल सोफिया vs विंग कमांडर व्योमिका
विशेषताएँ | कर्नल सोफिया कुरैशी | विंग कमांडर व्योमिका सिंह |
---|---|---|
शाखा | भारतीय सेना (सिग्नल कोर) | भारतीय वायुसेना |
सेवा की शुरुआत | 1999 | 2004 |
मूल स्थान | वडोदरा, गुजरात | भारत (सटीक स्थान सार्वजनिक नहीं) |
प्रमुख अभियान | फोर्स 18, ऑपरेशन सिंदूर | ऑपरेशन सिंदूर, राहत अभियान |
भूमिका | हिंदी प्रेस ब्रीफिंग, रणनीतिक विवरण | अंग्रेज़ी ब्रीफिंग, तकनीकी पहलू |
उड़ान अनुभव | नहीं (कम्युनिकेशन एक्सपर्ट) | 2500+ उड़ान घंटे, हेलीकॉप्टर पायलट |
प्रेरणा | पारिवारिक सैन्य परंपरा | नाम और आत्मविश्वास |
✅ क्या सीखें इन दोनों से?
- साहस: चुनौतियों से पीछे हटने की बजाय उन्हें स्वीकारना
- लीडरशिप: पुरुष-प्रधान क्षेत्रों में नेतृत्व की क्षमता
- राष्ट्रभक्ति: कर्तव्य के लिए समर्पण और निस्वार्थ सेवा
- प्रेरणा: नई पीढ़ी के लिए रोल मॉडल
📢 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
- “कर्नल सोफिया और व्योमिका दोनों ने भारत की बेटी होने का गर्व बढ़ाया!”
- “भारत की महिला शक्ति को सलाम, जो दुश्मनों के होश उड़ा रही हैं…”
📌 निष्कर्ष: यह सिर्फ ब्रीफिंग नहीं, महिला सशक्तिकरण का प्रतीक थी
‘ऑपरेशन सिंदूर’ की प्रेस ब्रीफिंग एक ऐतिहासिक क्षण बन गई जब दो महिलाएं भारत की सैन्य शक्ति का चेहरा बनकर सामने आईं। इन दोनों अधिकारियों ने साबित कर दिया कि अब महिलाएं सिर्फ घर नहीं, देश की सीमाएं भी संभाल सकती हैं।
🙋♀️ FAQs: अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
Q1. कर्नल सोफिया कुरैशी कौन हैं?
A1. वे भारतीय सेना की सिग्नल कोर की वरिष्ठ अधिकारी हैं, जिन्होंने 2016 में अंतरराष्ट्रीय सैन्य अभ्यास का नेतृत्व किया और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ की हिंदी प्रेस ब्रीफिंग की।
Q2. विंग कमांडर व्योमिका सिंह की खासियत क्या है?
A2. वे भारतीय वायुसेना की अनुभवी हेलीकॉप्टर पायलट हैं, जिन्होंने 2500+ उड़ान घंटे पूरे किए हैं और ऑपरेशन सिंदूर की अंग्रेज़ी टेक्निकल ब्रीफिंग दी।
Q3. क्या यह पहली बार था जब महिलाओं ने मिलिट्री ब्रीफिंग दी?
A3. हाँ, इस स्तर पर इतनी बड़ी सैन्य कार्रवाई की ब्रीफिंग में दो महिला अधिकारियों की मौजूदगी ऐतिहासिक मानी जा रही है।
Q4. क्या ऑपरेशन सिंदूर सफल रहा?
A4. सरकार और सेना के अनुसार, ऑपरेशन पूरी तरह से सफल रहा और दुश्मन के कई आतंकी ठिकानों को नष्ट किया गया।